पेट्रोल चालित कार का रख रखाव डीजल चालित कार के मुकाबले काफी कम है। बहरहाल डीजल इंजन, पेट्रोल चालित इंजन के अपेक्षाकृत ज्यादा चलता है। चूंकि डीजल इंजन को बनाने में ज्यादा खर्च आता है, इसीलिए वैश्विक बाजार में इन कारों की कीमत बढ़ जाती है।
आज समय की मांग है कि ईंधन की बचत की जाए, लिहाजा ऑटो निर्माताओं ने मल्टी प्वाइंट फ्यूल इंजेक्शन (एम.पी.एफ.आई.) सिस्टम वाली कारों को बाजार में उतारा है, जिनमें ईंजन की खपत बेहद कम होती है। यदि इस मानदंड पर जाएं तो डीजल कारें खरीदारों को प्रभावित नहीं करती हैं चूंकि पेट्रोल चालित कारों की तुलना में इसका रख-रखाव बेहद खर्चीला है। यदि तुलना की जाए तो पेट्रोल चालित कारों की सर्विसिंग की कुल लागत, डीजल चालित इंजनों की तुलना में काफी किफायती है।
उसके अलावा यदि कोई किस्तों पर डीजल कार खरीद रहा है तो कार की कुल कीमत (मूल कीमत + ब्याज राशि) पेट्रोल कार के मुकाबले काफी ज्यादा हो जाती है। डीडी मोटर, वजीरपुर के वर्क्स मैनेजर गुरमीत सिंह का मानना है कि डीजल कार के रख-रखाव व सर्विस की लागत, पेट्रोल कार से तीन गुणा कम है। उन्होंने यह भी बताया कि चूंकि डीजल की कीमत पेट्रोल के मुकाबले लगभग आधी है इसलिए लोग डीजल कार को प्राथमिकता देते हैं। ज्यादा
आज समय की मांग है कि ईंधन की बचत की जाए, लिहाजा ऑटो निर्माताओं ने मल्टी प्वाइंट फ्यूल इंजेक्शन (एम.पी.एफ.आई.) सिस्टम वाली कारों को बाजार में उतारा है, जिनमें ईंजन की खपत बेहद कम होती है। यदि इस मानदंड पर जाएं तो डीजल कारें खरीदारों को प्रभावित नहीं करती हैं चूंकि पेट्रोल चालित कारों की तुलना में इसका रख-रखाव बेहद खर्चीला है। यदि तुलना की जाए तो पेट्रोल चालित कारों की सर्विसिंग की कुल लागत, डीजल चालित इंजनों की तुलना में काफी किफायती है।
उसके अलावा यदि कोई किस्तों पर डीजल कार खरीद रहा है तो कार की कुल कीमत (मूल कीमत + ब्याज राशि) पेट्रोल कार के मुकाबले काफी ज्यादा हो जाती है। डीडी मोटर, वजीरपुर के वर्क्स मैनेजर गुरमीत सिंह का मानना है कि डीजल कार के रख-रखाव व सर्विस की लागत, पेट्रोल कार से तीन गुणा कम है। उन्होंने यह भी बताया कि चूंकि डीजल की कीमत पेट्रोल के मुकाबले लगभग आधी है इसलिए लोग डीजल कार को प्राथमिकता देते हैं। ज्यादा
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